कैलाश सत्यार्थी की पूरी जीवन कहानी | Kailash Satyarthi life story in hindi
कैलाश को ये सजा सुनाई कि कैलाश को जाति से निकाल दिया जायेगा और कैलाश को एक अलग कमरा दे दिया गया और उसी दिन से उनका खाना, बर्तन, पानी पीने का गिलास तक अलग कर दिया गया। खाना उनकी माँ या भाभी उनके कमरे में उन्हें दे दिया करती थी। ये सब देखकर कैलाश ने सोचा की मेरे जाति वाले मुझे क्या मेरी जाति से निकालेंगे, मै खुद ही इस जाति को छोड़ देता हूँ और अपने नाम के आगे सत्यार्थी लिख लेता हूँ जिसका अर्थ होता है सत्य की खोज में निकलने वाला।